सोमवार को नासाउ क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए टी20 विश्व कप मैच में बांग्लादेश को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 4 रनों से हार का सामना करना पड़ा। दक्षिण अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 विकेट पर 113 रन बनाए। जवाब में बांग्लादेश 7 विकेट पर 109 रन ही बना सका। हालांकि, मैच के परिणाम से ज्यादा चर्चा में अम्पायरिंग के फैसले रहे, जिन पर लोकप्रिय कमेंटेटर साइमन डूल ने कड़ी प्रतिक्रिया दी।
न्यूजीलैंड के पूर्व क्रिकेटर ने लोकप्रिय क्रिकेट वेबसाइट क्रिकबज़ को दिए एक इंटरव्यू में कहा, “कल्पना कीजिए अगर यह फाइनल मैच होता। इसे स्वीकार करना आसान नहीं होता। इस मामले में कुछ बदलाव की जरूरत है। अम्पायर का निर्णय बहुत ही खराब था। यह किसी भी तरह से एलबीडब्ल्यू नहीं था। उन्होंने आउट देने के लिए इतनी जल्दी हाथ उठाया, यह हैरानी भरा था। पूरे टूर्नामेंट में अम्पायरों ने शानदार फैसले दिए हैं, लेकिन यह सबसे खराब था।”
डूल ने आगे कहा, “यहां बांग्लादेश को चार रन मिलने चाहिए थे, लेकिन उन्हें नहीं मिले। अगर यह विश्व कप का फाइनल होता और एक टीम ऐसे निर्णय के कारण मैच हार जाती, तो इसे स्वीकार करना मुश्किल होता। यहां बदलाव की जरूरत है। मैं हर बार आईसीसी के टूर्नामेंट शुरू होने से पहले इन मुद्दों पर बात करता हूं। मैदान पर अम्पायरिंग का निष्पक्ष होना जरूरी है।”
गौरतलब है कि मैच के 17वें ओवर में प्रोटिया तेज गेंदबाज ओटनील बार्टमैन की एक गेंद महमुदुल्लाह के पैड पर लगी जब उन्होंने फ्लिक करने की कोशिश की। अपील होने पर अम्पायर ने तुरंत आउट दे दिया। बांग्लादेश ने रिव्यू लिया और रिप्ले में दिखा कि गेंद लेग स्टंप को मिस कर रही थी, जिससे महमुदुल्लाह बच गए। हालांकि, गेंद उनके पैड से लगकर बाउंड्री पार कर गई थी, जिससे बांग्लादेश को लेग बाई के चार रन मिलने चाहिए थे। लेकिन अम्पायर के पहले आउट देने के कारण गेंद डेड हो गई और बांग्लादेश को ये चार रन नहीं मिले। अंत में बांग्लादेश 4 रनों से मैच हार गया और इस डेड बॉल नियम को लेकर विवाद शुरू हो गया।
एक और निर्णय भी बांग्लादेश के खिलाफ गया। 18वें ओवर में कागिसो रबाडा की एक गेंद तौहीद हृदय के पैड पर लगी और अम्पायर ने कमजोर अपील के बावजूद उन्हें आउट दे दिया। अम्पायर के कॉल के कारण हृदय को पवेलियन लौटना पड़ा। उनके जाने के बाद बांग्लादेश कोई और बाउंड्री नहीं लगा सका और मैच हार गया।